cane up.in 2023 24 : मुख्यमंत्री के सख्त रुख के बाद राणा, यदु, ओसवाल, केसर, सिंभावली, मोदी और शामली जैसे अन्य डिफॉल्टर समूहों की चीनी मिलों में चीनी स्टॉक, गुड़, खोई और अन्य उप-उत्पादों की उपलब्धता बढ़ गई है। चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग। यह सुनिश्चित करने के लिए कि गन्ना मूल्य का भुगतान बिक्री कर राजस्व से किया जाता है, कुछ दिशानिर्देश प्रदान किए गए हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अनुसार, गन्ना मूल्य भुगतान की गारंटी के लिए पेराई सत्र 2022-2023 के लिए अभी तक गन्ना मूल्य का भुगतान नहीं करने वाली चीनी मिलों के खिलाफ वसूली प्रमाणपत्र जारी किए जाने चाहिए। इन प्रतिबंधों के बाद, बजाज समूह ने पिछले 24 घंटों के दौरान अपनी चीनी मिलों से जुड़े किसानों के बैंक खातों में कुल 1,371 करोड़ रुपये का एकमुश्त भुगतान हस्तांतरित किया है। गन्ना किसानों की ओर से मुख्यमंत्री को धन्यवाद ज्ञापन प्राप्त हुआ है।
चीनी उद्योग और गन्ना विकास विभाग ने राणा, यदु, ओसवाल, केसर, सिंभावली, मोदी और शामली जैसे अन्य डिफॉल्टर समूहों की चीनी मिलों में चीनी स्टॉक, गुड़, खोई और अन्य उप-उत्पादों की उपलब्धता का विस्तार किया है। मुख्यमंत्री का सख्त रुख. गन्ना मूल्य का भुगतान बिक्री कर राजस्व से किए जाने की गारंटी के लिए सख्त दिशानिर्देश प्रदान किए गए हैं।
चीनी मिलों को अनुपालन न करने की स्थिति में वसूली प्रमाणपत्र के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत करने की आवश्यकता है। विभागीय अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया गया है कि चीनी मिलों पर कड़ी निगरानी रखें और यह सुनिश्चित करें कि टैगिंग आदेश का पालन हो रहा है. आपको बता दें कि, अब तक राज्य के 37 जिलों में स्थापित 3,201 महिला स्वयं सहायता संगठनों ने गन्ने के बीज और प्रजातियों के परिवर्तन में महत्वपूर्ण योगदान देते हुए, विभिन्न नव विकसित गन्ना प्रजातियों से प्राप्त 29.50 करोड़ पौधे वितरित किए हैं। cane up.in 2023 24
समय से हों शुरू चीनी मिलें cane up.in 2023 24
cane up.in 2023 24 : मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार सभी चीनी मिलों को पेराई सत्र निर्धारित समय पर शुरू करना होगा। आपको बता दें कि पेराई सत्र शुरू करने के लिए अब तक 32 चीनी मिलों ने इंडेंट जारी कर गन्ना खरीदना शुरू कर दिया है. इसके अतिरिक्त, उन्होंने स्मार्ट गन्ना किसान परियोजना के तहत एक स्वचालित गन्ना मूल्य भुगतान प्रणाली के कार्यान्वयन का निर्देश दिया है, जिसे परियोजना की पर्ची जारी करने की प्रणाली के अनुरूप बनाया गया है।
इसके अलावा, सभी गन्ना समितियों को रबी सीजन की प्रत्याशा में कीटनाशकों और उर्वरकों की उपलब्धता बनाए रखने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि किसानों की आपूर्ति संबंधी समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान किया जाए। कृपया सूचित करें कि मुख्यालय पर स्थापित 1800-121-3203 टोल-फ्री नंबर का उपयोग गन्ना उत्पादकों की समस्याओं के समाधान के लिए किया जा रहा है।
छह वर्षों में बढ़ा है रकबा cane up.in 2023 24
cane up.in 2023 24 : उल्लेखनीय है कि पिछले छह वर्षों में राज्य का गन्ना क्षेत्रफल 20.54 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 29.66 लाख हेक्टेयर हो गया है। गन्ने की उत्पादकता 72.38 टन/हेक्टेयर से बढ़कर 83.95 टन/हेक्टेयर हो गई है। प्रदेश में 13.57 लाख नये गन्ना उत्पादक समितियों से जुड़े हैं। 284 नई खांडसारी इकाइयों को लाइसेंस मिले हैं।
इस दौरान, तीन नई चीनी मिलें (पिपराइच, मुंडेरवा और रमाला) बनाई गईं, जबकि चार बंद चीनी मिलें (गागलहेड़ी, टोडरपुर (सहारनपुर), बुलंदशहर, और वीनस (संभल)) को वापस सेवा में लाया गया। इस पेराई सत्र के दौरान बंद चीनी मिल (बिदबी-सहारनपुर) को व्यवसाय के लिए फिर से खोला जा रहा है। निजी क्षेत्र की एक नई चीनी मिल चांगीपुर-बिजनौर की भी स्थापना की जा रही है। cane up.in 2023 24
UP की चीनी मिल विवरण और वेबसाइटें cane up.in 2023 24
cane up.in 2023 24 : उत्तर प्रदेश में अब 113 चीनी मिलें चालू हैं। प्रत्येक चीनी मिल ने किसानों की सुविधा के लिए गन्ने की खेती और विपणन के लिए आवश्यक सभी जानकारी वाली एक वेबसाइट बनाई है। गन्ना उत्पादक इनमें से किसी भी वेबसाइट पर जाकर गन्ना आपूर्ति के बारे में ऑनलाइन जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। हम आपको जिले के अनुसार चीनी मिलों के नाम और उनकी वेबसाइटों के लिंक की जानकारी प्रदान कर रहे हैं। स्थानीय चीनी मिल की वेबसाइट पर गन्ना पर्ची कैलेंडर और अन्य प्रासंगिक जानकारी है :
गन्ना पर्ची कैसे देखें cane up.in 2023 24
गन्ना पर्ची देखने के लिए आप इस लिंक पर क्लिक : गन्ना पर्ची देखें
गन्ना पर्ची देखने के लिए आप इस वीडियो को भी देख सकते है आपको समझने मै आसानी होगी :
दोस्तों अगर आपको कोई परेशानी हो या कोई सवाल हो तो आप निचे comment सेक्शन मै जाकर comment कर सकते है